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इंस्टाग्राम पर सक्रिय हनी ट्रैप गिरोह से सावधान! भोले-भाले युवाओं को जाल में फंसाकर की जा रही मोटी धन उगाही संतकबीरनगर में 12वीं के छात्र के साथ घटी सनसनीखेज वारदात #CrimeNews #hanitrip #संतकबीरनगर। सोशल मीडिया के दौर में जहां इंस्टाग्राम युवाओं के लिए अभिव्यक्ति और मनोरंजन का मंच बना हुआ है, वहीं अब यही प्लेटफॉर्म कई युवाओं के जीवन में अंधकार फैलाने लगा है। जिले में हनी ट्रैप का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, संतकबीरनगर के एक 12वीं के छात्र की मुलाकात इंस्टाग्राम पर एक युवती से हुई। दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई, फिर वीडियो कॉल और मुलाकातों का सिलसिला बढ़ता गया। कुछ ही महीनों में यह वर्चुअल रिश्ता इतना गहरा हो गया कि छात्र युवती के घर तक जाने लगा। लेकिन कहानी ने खतरनाक मोड़ तब लिया जब उसी युवती ने अचानक ऑनलाइन दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कर दी। जैसे ही मामला पुलिस तक पहुंचा, समझौते का खेल शुरू हो गया। आरोप है कि युवती के परिजनों ने छात्र के घरवालों से मोटी रकम की डिमांड की और समझौते के नाम पर दबाव बनाया गया। छात्र नाबालिग होने के बावजूद अब सलाखों के पीछे है, जबकि बाहर कुछ दलाल इस मामले में ‘सुलह’ कराने की कोशिश में जुटे हैं। यह सिर्फ एक छात्र की कहानी नहीं — बल्कि एक चेतावनी है उन सभी युवाओं के लिए जो सोशल मीडिया पर बिना सोचे-समझे दोस्ती कर रहे हैं। इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर सक्रिय हनी ट्रैप गिरोह अब भोले-भाले युवाओं को निशाना बना रहे हैं। पहले चैट, फिर वीडियो कॉल, और फिर ब्लैकमेलिंग या झूठे मुकदमों के जरिए धन उगाही — यही है इस गंदे खेल का फार्मूला। ⚠️ विशेषज्ञों की चेतावनी साइबर विशेषज्ञों के मुताबिक, ऐसे मामलों में युवाओं की सबसे बड़ी गलती “अनजान लोगों से दोस्ती” करना है। कई बार हनी ट्रैप गैंग में लड़कियों के साथ-साथ उनके परिवारजन या पेशेवर अपराधी भी शामिल होते हैं, जो सोशल मीडिया के ज़रिए भावनात्मक जाल बुनते हैं। 🚫 सावधानी ही सुरक्षा है 1. अनजान प्रोफाइल से बातचीत न करें। 2. वीडियो कॉल पर कोई निजी हरकत न करें। 3. किसी भी प्रकार की धमकी मिलने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें। 4. 18 वर्ष से कम आयु के युवाओं को सोशल मीडिया पर सीमित और निगरानी में रहकर ही उपयोग करना चाहिए। > “एक छोटी सी गलती पूरी जिंदगी बर्बाद कर सकती है। सोशल मीडिया पर दोस्ती नहीं, सतर्कता ज़रूरी है।” सूचना जनहित में जारी — City Samachar Digital
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संतकबीरनगर में आयुष सिंह हत्याकांड का खुलासा, 24 घंटे में तीन अभियुक्त गिरफ्तार, आलाकत्ल बरामद संतकबीरनगर। कोतवाली खलीलाबाद पुलिस ने 24 घंटे के भीतर आयुष सिंह हत्याकांड का खुलासा करते हुए तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, कारतूस, महिन्द्रा थार गाड़ी और तीन मोबाइल फोन बरामद किए हैं। पुलिस अधीक्षक संतकबीरनगर संदीप कुमार मीना के निर्देशन, अपर पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार सिंह के मार्गदर्शन और क्षेत्राधिकारी खलीलाबाद अजय सिंह के पर्यवेक्षण में चलाए गए अभियान के तहत थाना कोतवाली खलीलाबाद पुलिस ने मंगलवार को काला गेट मगहर कबीर चौरा के पास से तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम-पते: 1. शिवम पासवान पुत्र प्रेमचंद निवासी खमरिया, थाना कोतवाली खलीलाबाद, जनपद संतकबीरनगर। 2. आदर्श शुक्ला पुत्र हरिप्रसाद शुक्ला निवासी मरवटिया, थाना पुरानी बस्ती, जनपद बस्ती। 3. सिद्धार्थ सिंह पुत्र विवेकानंद सिंह निवासी अभयपुरा, थाना पुरानी बस्ती, जनपद बस्ती। घटना का विवरण: 18 अगस्त की रात करीब 9 बजे बड़ी पटखौली निवासी आयुष प्रताप सिंह (23) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक के चाचा रविप्रकाश सिंह की तहरीर पर थाना कोतवाली खलीलाबाद में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि पैसों के लेन-देन को लेकर राज ग्लोबल अकैडमिक गोरखपुर-बस्ती हाईवे के पास थार गाड़ी में विवाद हुआ था। विवाद बढ़ने पर आदर्श शुक्ला ने पिस्टल से आयुष सिंह को गोली मार दी। इसके बाद तीनों अभियुक्त घायल आयुष को थार से जिला अस्पताल ले गए और उसे भर्ती कराकर फरार हो गए। बरामदगी: 01 अदद पिस्टल .32 बोर, 01 खोखा कारतूस व 01 जिन्दा कारतूस। 01 महिन्द्रा थार (रजिस्ट्रेशन नं. UP 58 AK 9111)। 03 एंड्रायड मोबाइल फोन। गिरफ्तारी टीम: कोतवाली खलीलाबाद प्रभारी निरीक्षक पंकज कुमार पाण्डेय, व0उ0नि0 राजेश दूबे, उ0नि0 संजय यादव, उ0नि0 अशोक दूबे, हे0का0 पप्पू सिंह व का0 विशाल सिंह।

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संतकबीरनगर में संदिग्ध हालात में युवक की गोली लगने से मौत, तीन दोस्त हिरासत में संतकबीरनगर। कोतवाली क्षेत्र के पटखौली गांव में सोमवार रात करीब 9 बजे संदिग्ध परिस्थितियों में गोली चलने से 23 वर्षीय युवक आयुष प्रताप सिंह की मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। प्रतिष्ठित अखबार की खबर के अनुसार, आयुष प्रताप सिंह पुत्र राघवेन्द्र सिंह अपने तीन दोस्तों के साथ थार गाड़ी में सवार होकर सब्जी मंडी के किनारे बैठकर शराब पी रहा था। इसी दौरान किसी ने पिस्टल निकाली और "टेस्टिंग" करते समय अचानक गोली चल गई, जो सीधे आयुष के सीने में जा लगी। दोस्तों ने आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने आयुष के तीनों दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। पूछताछ में तीनों अलग-अलग बयान दे रहे हैं, जिससे मामला और भी संदिग्ध हो गया है। पुलिस अधीक्षक संदीप कुमार मीना ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में दोस्तों ने स्वीकार किया है कि शराब पीते समय पिस्टल की टेस्टिंग की जा रही थी, तभी गोली चल गई। घटना के बाद घबराए दोस्तों ने आयुष के रिश्तेदार युवराज को बुलाया, जिसने मौके से पिस्टल गायब कर दी। पुलिस अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच का इंतजार कर रही है। वहीं, पटखौली गांव में युवक की मौत से मातम पसरा हुआ